देहरादून। उत्तराखंड में मौसम ने फिर से रौद्र रूप लेने के संकेत दिए हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की चेतावनी के अनुसार, 5 से 7 अक्तूबर के बीच प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में भारी से बहुत भारी वर्षा, ओलावृष्टि, आकाशीय बिजली और तेज़ तूफान की आशंका जताई गई है। इस चेतावनी को देखते हुए राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) ने सभी जिलाधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश जारी किए हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में सक्रिय चक्रवाती तंत्र के प्रभाव से उत्तराखंड में मौसम बिगड़ सकता है। विशेषकर पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन, संवेदनशील सड़कों पर मलबा आने और यात्रा में बाधा जैसी स्थिति बन सकती है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जिलाधिकारियों को भेजे गए पत्र में स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि विद्यालयों में छात्रों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए। आपदा संभावित और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में पर्यटकों के आवागमन पर अस्थायी रोक लगाई जाए। खाद्यान्न और दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। संवेदनशील मार्गों पर आवागमन से पहले उपकरणों व मशीनरी की व्यवस्था पूरी की जाए।
प्रशासन ने आम जनता से भी अपील की है कि मौसम की चेतावनी को गंभीरता से लें, अनावश्यक यात्रा से बचें और स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें। अगले 72 घंटे राज्य के लिए अहम माने जा रहे हैं और प्रशासन हर स्तर पर तैयारियों में जुटा है।
