
देहरादून के प्रेमनगर थानाक्षेत्र में कुछ दिन पहले हुए रोहित नेगी हत्याकांड में शामिल मुख्य आरोपियों को पकड़ने गई देहरादून पुलिस की टीम की गुरुवार देर रात मुज़फ्फरनगर-मंगलौर बॉर्डर पर मुठभेड़ हो गई। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों आरोपी गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए। इनमें एक आरोपी को दोनों पैरों व एक हाथ में जबकि दूसरे आरोपी को दोनों पैरों में गोली लगी है। दोनों घायलों को तुरंत नजदीकी चिकित्सालय में भर्ती कराने की प्रक्रिया चल रही है
प्राप्त जानकारी के अनुसार, देहरादून पुलिस को प्रेमनगर थानाक्षेत्र में हुए चर्चित हत्याकांड के मुख्य आरोपी अजहर त्यागी और उसके साथी की लोकेशन मुज़फ्फरनगर के मंगलौर बॉर्डर पर स्थित बरला-पुरकाजी क्षेत्र (उत्तर प्रदेश) में मिली थी। पुलिस की एक विशेष टीम ने इन दोनों की गिरफ्तारी के लिए घेराबंदी की थी। लेकिन जैसे ही पुलिस ने इन्हें पकड़ने की कोशिश की, आरोपियों ने भागने की कोशिश की और पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी।
जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने संयम बरतते हुए आत्मरक्षा में गोलियां चलाईं, जिसमें दोनों आरोपी घायल हो गए। गोली लगने के बाद भी कुछ समय तक वे भागने की कोशिश करते रहे, लेकिन अंततः पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। पुलिस टीम ने तुरंत स्थानीय प्रशासन को इसकी सूचना दी और घायल अभियुक्तों को चिकित्सा सुविधा के लिए रवाना किया
मुख्य आरोपी अजहर त्यागी मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मुज़फ्फरनगर जिले के पुरकाजी थाना क्षेत्र के बरला गांव का निवासी है। उसका नाम प्रेमनगर थानाक्षेत्र में हुए रोहित नेगी हत्याकांड में मुख्य साजिशकर्ता के तौर पर सामने आया था। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि अजहर त्यागी और उसके साथी का आपराधिक इतिहास पहले से रहा है और वे कई संगीन मामलों में संलिप्त रहे हैं। पुलिस अब इनके खिलाफ हत्या के मामले के अलावा गैंगस्टर एक्ट व अन्य सख्त धाराओं में कार्रवाई की तैयारी कर रही है
अजहर त्यागी और उसका साथी एक समुदाय विशेष से संबंधित बताए जा रहे हैं। यही कारण है कि संवेदनशीलता को देखते हुए उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के बीच स्थित मुज़फ्फरनगर-मंगलौर बॉर्डर को पूरी तरह से अलर्ट पर रखा गया है। स्थानीय प्रशासन को भी स्थिति पर नज़र बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। आसपास के थानों की पुलिस को भी सतर्क रहने के आदेश दिए गए हैं ताकि कोई अप्रिय घटना न घटे
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले देहरादून के प्रेमनगर थाना क्षेत्र में रहने वाले रोहित नेगी की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी। इस मामले ने स्थानीय स्तर पर काफी आक्रोश पैदा किया था और पुलिस पर आरोपियों को जल्द पकड़ने का दबाव था। लगातार प्रयासों के बाद पुलिस को सफलता मिली, लेकिन गिरफ्तारी की कार्रवाई के दौरान यह मुठभेड़ हो गई
देहरादून के एसएसपी द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि,”हमने रोहित नेगी हत्याकांड के आरोपियों की लोकेशन ट्रैक कर ली थी मौके पर पहुंचते ही उन्होंने हमला किया और जवाबी कार्रवाई में दोनों घायल हो गए। हमने कानून के दायरे में रहते हुए हर कदम उठाया है। वर्तमान में दोनों का इलाज चल रहा है और उनके पूरी तरह ठीक होने के बाद उनसे विस्तृत पूछताछ की जाएगी
इस मुठभेड़ ने जहां एक ओर प्रेमनगर हत्याकांड के आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस की तत्परता को दर्शाया है, वहीं दूसरी ओर एक बार फिर उत्तराखंड-उत्तर प्रदेश बॉर्डर की संवेदनशीलता और आपराधिक तत्वों की आवाजाही पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। पुलिस अब इस पूरे घटनाक्रम की विस्तृत जांच में जुट गई है और आने वाले समय में और भी गिरफ्तारी हो सकती है।
