चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों की यात्रा को सुगम और व्यवस्थित बनाने के लिए पुलिस और प्रशासन सड़कों पर मुस्तैद नजर आ रहा है जिसके परिणाम भी सामने आने लगे है दरसल बद्री केदार मंदिर समिति के द्वारा दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए लिमिट बनाए रखने के लिए ही पंजीकरण सिस्टम बनाया था लेकिन कई ट्रैवेल एजेंसी अपनी कमाई को बढ़ाने के लिए फर्जीवाड़े का सहारा लेने लगे जिसका सीधा असर चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं पर भी पड़ा जोकि अचानक से अव्यवस्थित नजर आई,जिसके बाद सीएम धामी ने हाई लेवल की बैठक ली और बिना पंजीकरण के आने वाले यात्रियों पर रोक लगाने के निर्देश दिए तो ट्रेवल एजेंसियों ने गोलमाल करना शुरू तो कर दिया लेकिन पुलिस और प्रशासन की बनाई गई इस व्यवस्थाओं को भेदने में नाकाम साबित हो रहे है
विओ…1…देहरादून के ऋषिकेश में ट्रांजिट कैम्प में बने चेकिंग पॉइंट पर हर उस यात्री का रजिस्ट्रेशन चेक किया जा रहा रहा है जो यात्रा के लिए जा रहे हैं जहाँ मंगलवार को एसएसपी देहरादून अजय सिंह ने खुद चेकिंग करते हुए हैदराबद के 11 सदस्य दल का फर्जी रजिस्ट्रेशन पकड़ा था तो वही आज बुधवार को फिर ऋषिकेश में चेकिंग के दौरान झारखंड से आये 6 सदस्य दल का रजिस्ट्रेशन फर्जी पाया गया इसी तरह कुल 35 लोगों का फर्जी रजिस्ट्रेशन मिला है जिसके बाद ऋषिकेश कोतवाली में नोएडा की (EXPOLRE RAAHEIN TRAVEL) एजेंसी के द्वारा 65 हजार रुपए एक धाम के दर्शन करवाने के लिए गए थे इसी तरह अन्य लोगों की शिकायत पर तीन मुकदमें दर्ज किए गए है
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि ऋषिकेश में 24 घन्टे पुलिस तैनात है जिनके द्वारा यात्रियों का रजिस्ट्रेशन चेक किया जा रहा है मंगलवार को हैदराबाद से आए 11 सदस्यों का तो आज झारखंड और अन्य जगहों से आये कुल 35 यात्रियों का रजिस्ट्रेशन फर्जी मिला है जो वैलिड तो है लेकिन उसमें यात्रा की तारीखें और महीना बदल दिया गया है इन लोगों के द्वारा भी दिल्ली की ही ट्रैवेल एजेंसियों से रजिस्ट्रेशन करवाया गया था पुलिस ने यात्रियों की लिखित शिकायत पर दिल्ली की अन्य ट्रैवेल एजेंसियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और पुलिस टीमें ट्रेवल एजेंटों की गिरफ्तारी के लिए रवाना हो गई है
वही देहरादून पुलिस में चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों से अपील की है कि यात्रा का पंजीकरण सही ट्रैवेल एजेंसियों से ही करवाए ताकि यात्रा के दौरान यात्रियों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े…
