उत्तराखंड में आईएफएस एसोसिएशन में दरार पड़ती नजर आ रही है यहां कई पद अधिकारियों ने अपनी एसोसिएशन से इस्तीफा दे दिया है बता दें की कुछ दिन पूर्व अल्मोड़ा में एक भयानक अग्नि कांड हुआ था जिसमे 5 वन कर्मचारियों की जान चली गई थी इसके बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सख्त नाराजगी जताते हुए 2 आईएफएस अधिकारियों को सासपेंडक दिया था जब की कुमाऊ के फॉरेस्ट चीफ को मुख्यालय से अटैच कर दिया गया था इसको लेकर आईएफएस एसोसिएशन में खासी नारंगी थी क्यों की एसोसिएशन ने इस विषय पर शासन में कोई बात नही रखी इससे नाराज हो कर कुछ लोगो ने एसोसिएशन से अपना त्यागपत्र दे दिया है,
इस सब के बाद स्थिति यह है कि कई आईएफएस अधिकारियों ने तो अपनी संगठन से ही नाराजगी जताते हुए सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. बताया गया है कि इस्तीफा देने वालों में आईएफएस अधिकारी मनोज चंद्रन, आकाश वर्मा, कोको रोसे और पीके पात्रो का नाम शामिल है,
वही संगठन पर भी इस सब के चलते भरी दबाव दिखाई दे रहा है, आईएफएस अधिकारियों का एक संगठन मुख्य सचिव से भी मुलाकात कर चुका है. इसके अलावा विभागीय मंत्री के सामने भी संगठन की तरफ से बात रखी जा चुकी है. आईएफएस अधिकारियों की मांग है कि जिन अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है उन पर सरकार पुनर्विचार करें. इन सभी स्थितियों के बीच इस आईएफएस एसोसिएशन अब मुख्यमंत्री से मिलना चाहती है, लेकिन मुख्यमंत्री कार्यालय से उन्हें समय नहीं मिल पा रहा है. इसके लिए आईएफएस संगठन ने बाकायदा एक पत्र मुख्यमंत्री कार्यालय को भी भेज दिया है,
वहीं चार आईएफएस अधिकारियों के संगठन से इस्तीफा देने के बाद अब एक और आईएफएस अधिकारी ने संगठन को छोड़ने के संकेत दे दिए हैं. बताया गया है कि धर्म सिंह मीणा ने भी संगठन को एक चिट्ठी लिखी थी, जिसमें अपनी नाराजगी उनके द्वारा व्यक्त की गई थी. उधर दूसरी तरफ वन आरक्षी संगठन ने भी पूर्व में 17 वन विभाग के कर्मचारियों पर हुई कार्रवाई पर नाराजगी जताई है और कार्रवाई पर पुनर्विचार करने की मांग की है. इसके अलावा वन आरक्षी संगठन ने भी आईएफएस अधिकारियों पर हुई कार्रवाई को गलत बताते हुए ऐसे अधिकारियों पर कार्रवाई को लेकर दोबारा से विचार करने की मांग की है,
बता दें की अल्मोड़ा में हुए अग्नि कांड के बाद सेशासन ने सख्ती बरतना शुरू की है उत्तराखंड में लगातार वन अग्नि की घटनाएं हो रही है इसको लेकर सीएम धामी कई बार वन अधिकारियों समझा चुके थे की अपने कार्य के प्रति गंभीरता लाए ताकि वन अग्नि की घटनाओं पर काबू पाया जा सके लेकिन इन घटनाओं पर लगाम नहीं लग सकी और अल्मोड़ा में एक बार फिर से आग लगने से चार लोगो की मौके पर ही मौत हो गई जब की चार अन्य गंभीर रूप से घायल हुए थे जिनको इलाज के लिए एम्स भेजा गया था जहां इलाज के दौरान एक और व्यक्ति की मौत हो गई थी,
वहीं इस मामले में आईएफएस एसोसिएशन में गहमसन मचा हुआ है जब की मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी वन अग्नि की घटनाओं को लेकर बेहद सख्त दिखाई दे रहे है
