
ऋषिकेश। श्री देव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय के पं. ललित मोहन शर्मा परिसर, ऋषिकेश में संस्कृत विभाग द्वारा दिनांक 6 से 12 अगस्त 2025 तक आयोजित संस्कृत सप्ताह का समापन समारोह 18 अगस्त 2025 को अत्यंत उत्साह और गरिमामय वातावरण में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन, सरस्वती वंदना तथा अतिथियों के स्वागत से हुई। इस अवसर पर संस्कृत विभाग के विद्यार्थियों ने विभिन्न सांस्कृतिक एवं शैक्षिक प्रस्तुतियाँ दीं, जिनमें संस्कृत की सूक्तियों, सुभाषितों एवं श्लोकों पर आधारित पोस्टर प्रदर्शनी विशेष आकर्षण रही।
विभागीय शोध-छात्र उद्धव ने संस्कृत दिवस, संस्कृत सप्ताह एवं संस्कृत माह के आयोजन के महत्व को रेखांकित करते हुए संस्कृत भाषा के गौरवशाली इतिहास तथा वर्तमान में इसकी प्रासंगिकता एवं महत्ता पर प्रकाश डाला। छात्राएँ अंशिका एवं सुषमा ने पद्मश्री प्रो० अभिराज राजेन्द्र मिश्र द्वारा रचित संस्कृत कजरी गीत की मधुर प्रस्तुति प्रस्तुत की।
समारोह का संचालन विभागाध्यक्ष प्रो. पूनम पाठक ने किया। परिसर के प्रभारी निदेशक एवं कला संकायाध्यक्ष प्रो. प्रशान्त कुमार सिंह ने विद्यार्थियों को आशीर्वचन देते हुए बताया कि उत्तराखण्ड सरकार द्वारा प्रदेश के तेरह जनपदों में तेरह संस्कृत ग्रामों का चयन किया गया है और संस्कृत संवर्द्धन के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने संस्कृत विभाग के प्रयासों की सराहना की।
प्रो. अधीर कुमार ने संस्कृत को पुनः बोलचाल की भाषा के रूप में स्थापित करने के प्रयासों पर अपने विचार व्यक्त किए और विद्यार्थियों को सक्रिय भागीदारी हेतु प्रोत्साहित किया।
इस अवसर पर प्रो. हेमलता मिश्रा, प्रो. संगीता मिश्रा, प्रो. अरुणा सूत्रधार एवं प्रो. मुक्तिनाथ यादव सहित अन्य गणमान्य अतिथि भी उपस्थित रहे, जिन्होंने विद्यार्थियों को आशीर्वाद एवं शुभकामनाएँ प्रदान कीं।
समारोह सफलतापूर्वक संपन्न हुआ और इससे संस्कृत भाषा एवं संस्कृति के प्रति विद्यार्थियों में नई चेतना तथा प्रेरणा का संचार हुआ।
