हल्द्वानी के बहुचर्चित अंकित हत्या काण्ड मामले में फरार चल रहे मर्डर की मास्टर माइण्ड माही की नौकरानी उषा और उसका पति रामअवतार भी आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गए है। पुलिस ने पश्चिम बंगाल के मालदा से दोनों को गिरफ्तार किया है, दोनों ही अंकित के मर्डर में शामिल थे और वारदात को अंजाम देने के बाद से ही फरार चल रहे थे।
गौरतलब हो कि अंकित हत्याकांड की मुख्य आरोपी अंकित की प्रेमिका माही और उसके साथी दीप कांडपाल और सपेरे रमेश नाथ को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है,लेकिन माही की नौकरानी और उसका पति हत्या के बाद से ही फरार चल रहे थे, जिसके बाद पुलिस ने उनपर 50–50 हजार रुपए का ईनाम भी घोषित किया था।
बुधवार को गिरफ्तारी के संबंध में खुलासा करते हुए एसएसपी पंकज भट्ट ने बताया कि घटना के बाद आरोपी उषा और रामअवतार पीलीभीत होते हुए ग्राम हरिपुर गोपी थाना रतुवा जिला मालदा पश्चिम बंगाल चले गये। जहाँ वह छुपकर रहने लगे थे, जिन्हें पुलिस व एसओजी टीम द्वारा बीती 24 जुलाई को मालदा में दबिश देकर गिरफ्तार किया गया। जहाँ से न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर ट्रांजिट रिमाण्ड पर दोनो को हल्द्वानी लाया गया।
आगे उन्होंने बताया कि आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उनका लगभग 02 वर्ष पूर्व से माही उर्फ डॉली आर्या से परिचय है इस दौरान माही के कहने पर उषा उसके घर में झाड़ू पोछा व खाना बनाने का काम करने लगी उषा और माही को शराब पीने की आदत थी इस कारण दोनों साथ में बैठकर शराब भी पीते थे तथा कभी – कभी माही उषा के झोपडी में चली जाती थी जिस बात से अंकित बहुत चिढता था ।
उषा अपने पति के साथ बसखेती के खेत आदर्श नर्सरी के पास ग्राम हरिपुर शिवदत्त के पास देशी कालोनी हल्द्वानी में जमीन में झोपडी बनाकर रहती थी लगभग 6-7 माह पूर्व उषा के खेत के मालिक को अंकित द्वारा यह कहकर बरगलाया कि यह बंगालन है तथा जादू टोना कर सकती है इस संबंध में उषा से जमीन खाली करवा दी ।
इस बात से राम अवतार और उषा देवी दोनों अकिंत से रंजिस रखने लगे और माही द्वारा जब अपना प्लान बताया गया तो दोनों आसानी से उसमे शामिल हो गये ।
