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उत्तराखंड में बीते 24 घंटों से लगातार मूसलाधार बारिश का सिलसिला जारी है, जिससे आम जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हो गया है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान एक बार फिर सटीक साबित हुआ है। पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही भारी बारिश ने लैंडस्लाइड जैसी घटनाओं को भी जन्म दिया है, जिससे कई मार्ग बाधित हो गए हैं।

ऋषिकेश में गंगा नदी उफान पर है। नदी का जलस्तर चेतावनी रेखा के करीब पहुंच गया है, जिससे त्रिवेणी घाट समेत कई प्रमुख घाट जलमग्न हो गए हैं। परमार्थ निकेतन स्थित शिव मूर्ति को गंगा का पानी छूता हुआ दिखाई दे रहा है। शहर के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है, जिससे स्थानीय लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

प्रशासन ने बारिश के चलते लोगों को पहाड़ी इलाकों और जोखिम वाले मार्गों पर यात्रा न करने की सलाह दी है। जगह-जगह सड़कों पर आए मलबे को हटाने के लिए जेसीबी मशीनों की मदद ली जा रही है ताकि यातायात को बहाल किया जा सके।

अल्मोड़ा जिले में भी पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है। मोहन क्षेत्र में लोग अपनी जान जोखिम में डालकर तेज बहाव वाले नाले को पार करते देखे गए। चेतावनी के बावजूद वाहन चालक भी नाले से गुजरने की कोशिश कर रहे हैं, जो कि बेहद खतरनाक है। इसका एक वीडियो भी सामने आया है, जो लोगों की लापरवाही को उजागर करता है।

वहीं, मसूरी में तेज बारिश के चलते केम्पटी फॉल मार्ग पर वाइल्डफ्लावर होटल के पास एक विशाल पेड़ गिर गया, जिससे दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और मार्ग पूरी तरह बाधित हो गया। सूचना मिलते ही प्रशासन, वन विभाग और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की टीम मौके पर पहुंची और जेसीबी की मदद से पेड़ और मलबा हटाने का कार्य शुरू किया गया।

मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। ऐसे में प्रशासन लगातार अलर्ट मोड पर है और लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की जा रही है।


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