
उत्तराखंड में देर रात से हो रही मूसलधार बारिश के चलते उत्तरकाशी जिले के यमुनोत्री हाईवे पर बड़ा हादसा हो गया। पालीगाड़ ओजरी डाबरकोट के पास सिलाई बैंड क्षेत्र में बादल फटने से तबाही मच गई। इस दौरान एक होटल निर्माण स्थल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया, जहां काम कर रहे कई मजदूर मलबे और सैलाब में बह गए।
घटना रात करीब 12 बजे की बताई जा रही है। मौके पर मौजूद बड़कोट थानाध्यक्ष दीपक कठेत ने बताया कि क्षेत्र में सड़क और निर्माण कार्य में लगे कई मजदूर टेंट में ठहरे हुए थे। बादल फटने से आए तेज सैलाब में उनके टेंट बह गए। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, 19 मजदूरों में से 9 मजदूर लापता हैं, जिनमें पांच नेपाली मूल के, तीन देहरादून और एक उत्तर प्रदेश का निवासी है।
प्रशासन और एसडीआरएफ की टीमों ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया। अब तक दो मजदूरों के शव बरामद किए जा चुके हैं, जो 18 किलोमीटर दूर यमुना नदी किनारे तिलाड़ी शहीद स्मारक के पास मिले। बाकी सात लापता मजदूरों की तलाश जारी है।
पाली गाड़ चौकी प्रभारी कांतिराम जोशी ने बताया कि 10 मजदूरों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है और उन्हें पालीगाड़ लाया गया। पुलिस प्रशासन ने उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद उनके घर भेज दिया है। शवों की पहचान के लिए साथी मजदूरों को भी बुलाया गया है।
उत्तरकाशी के जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने बताया कि लापता लोगों की खोजबीन युद्धस्तर पर चल रही है। वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर गहरा दुख जताया है और राहत एवं बचाव कार्यों को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि वह लगातार अधिकारियों के संपर्क में हैं और हरसंभव मदद सुनिश्चित की जा रही है।
