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उत्तराखंड में मानसून की आमद के साथ ही प्रकृति का कहर देखने को मिल रहा है। शनिवार को उत्तरकाशी जिले में बादल फटने की घटना ने हालात और गंभीर कर दिए हैं, जबकि राज्य के कई हिस्सों में नदी-नाले उफान पर हैं और सड़क मार्ग बाधित हो चुके हैं। लगातार बारिश और मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए चारधाम यात्रा को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।

मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है, जिसमें भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका जताई गई है। इसको देखते हुए जिला प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है।

स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (SEOC) पहुंचकर पूरे राज्य की मौजूदा स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना के बाद राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा भी की।

सीएम धामी ने सभी जिलों के अधिकारियों को चौबीसों घंटे सतर्क रहने, मार्गों को जल्दी खोलने और फंसे यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं।

लगातार बारिश के चलते यमुनोत्री हाईवे पर भूस्खलन की वजह से मार्ग अवरुद्ध हो गया है। मौके पर 5 जेसीबी मशीनों से मलबा हटाने का कार्य किया जा रहा है। इसी तरह गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग भी कुछ समय के लिए बाधित हुआ था, जिसे बाद में यातायात के लिए खोल दिया गया।

गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की ओर जा रहे यात्रियों को मार्ग बंद होने की स्थिति में सुरक्षित स्थानों पर रोका गया है। वहां यात्रियों के भोजन, भजन और रहने की उचित व्यवस्था प्रशासन द्वारा की गई है।

राज्य में बढ़ते भूस्खलन, मार्ग अवरोध और वर्षाजनित आपदा को देखते हुए शासन व प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है और लगातार निगरानी की जा रही है।


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