
देहरादून: केदारनाथ-गौरीकुंड रूट पर हुए दुखद हेलीकॉप्टर हादसे के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून स्थित सीएम आवास में हाई लेवल मीटिंग बुलाई। इस वर्चुअल बैठक में मुख्य सचिव आनंद वर्धन, आपदा प्रबंधन सचिव, युकाडा के सीईओ, गढ़वाल कमिश्नर समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
हादसे को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री धामी ने राज्य में संचालित हेली सेवाओं के लिए सख्त मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) तैयार करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि हेली सेवा शुरू करने से पहले हेलीकॉप्टर की पूरी तकनीकी जांच और मौसम की सटीक जानकारी लेना अनिवार्य किया जाए।
मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देशित किया कि तकनीकी विशेषज्ञों की एक समिति गठित की जाए, जो सुरक्षा मानकों की गहन समीक्षा कर व्यापक SOP तैयार करेगी। यह SOP यह सुनिश्चित करेगी कि हेली सेवाएं सुरक्षित, पारदर्शी और मानकों के अनुरूप संचालित हों।
सीएम धामी ने यह भी स्पष्ट किया कि आज हुई दुर्घटना समेत पूर्व की सभी हेली दुर्घटनाओं की जांच के लिए गठित उच्च स्तरीय समिति सभी मामलों की हर पहलू से जांच करेगी। यह समिति न केवल दुर्घटनाओं के कारणों की गहराई से जांच करेगी, बल्कि दोषी संस्थाओं या व्यक्तियों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की सिफारिश भी करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में हेलीकॉप्टर सेवाएं तीर्थ यात्रियों, आपदा प्रबंधन और आपातकालीन सेवाओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। इसलिए इनमें सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। राज्य सरकार हेली सेवाओं को व्यवस्थित और सुरक्षित बनाने के लिए हर आवश्यक कदम उठाएगी।
