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मसूरी। पहाड़ों की रानी मसूरी इन दिनों नगर पालिका और गढ़वाल जल संस्थान के बीच उपजे विवाद को लेकर चर्चा में है। दोनों विभागों के बीच चल रही तनातनी ने प्रशासनिक हलचलें तेज कर दी हैं। मामला एक स्टाफ रूम के कब्जे और पानी के कनेक्शन काटने को लेकर गरमा गया है, जिससे स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।

विवाद की शुरुआत तब हुई जब नगर पालिका का एक कर्मचारी गढ़वाल जल संस्थान के एक स्टाफ रूम में पहुंचा। जल संस्थान का आरोप है कि वह कर्मचारी बिना किसी आधिकारिक आदेश के कमरे पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा था। जैसे ही यह बात संस्थान के अन्य कर्मचारियों को पता चली, उन्होंने मौके पर पहुंचकर कमरे का सामान बाहर निकाल दिया और स्टाफ रूम को फिर से अपने कब्जे में ले लिया।

इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए नगर पालिका प्रशासन ने गंभीर आरोप लगाए। अधिशासी अधिकारी तंवीर महवाह ने कहा, “जल संस्थान ने बिना पूर्व सूचना के हमारे कर्मचारियों के पानी के कनेक्शन काट दिए, जिससे उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। हमने संस्थान को नगर पालिका की जमीन पर कार्यालय खोलने की अनुमति दी थी, लेकिन अब वही संस्थान हमारे कर्मचारियों को परेशान कर रहा है। यह अन्यायपूर्ण है।”

वहीं, गढ़वाल जल संस्थान के अधिशासी अभियंता अमित कुमार ने अपना पक्ष स्पष्ट करते हुए कहा, “पालिका का कर्मचारी हमारे स्टाफ रूम पर अवैध रूप से कब्जा करना चाहता था। बिना किसी अधिकारी की अनुमति के वह कमरे में घुसने और वहीं रहने की कोशिश कर रहा था। हमारे स्टाफ ने तुरंत स्थिति को संभाला और स्टाफ रूम को दोबारा अपने नियंत्रण में लिया।”

हालांकि, दोपहर के बाद जल संस्थान द्वारा काटे गए पानी के कनेक्शन बहाल कर दिए गए, जिससे स्थिति थोड़ी सामान्य हुई। बावजूद इसके, दोनों विभागों के बीच आपसी तनाव बना हुआ है। मामला अब उच्च अधिकारियों तक पहुंच चुका है और आगामी सोमवार को एक बैठक बुलाई गई है, जिसमें दोनों विभागों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे और पूरे प्रकरण की समीक्षा करेंगे।

 


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