
नैनीताल जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के चुनाव में भारी विवाद के चलते अब चुनाव नई तिथि पर होंगे। चुनाव से पहले पांच बीडीसी सदस्यों के लापता होने के बाद हाईकोर्ट ने इस पर गंभीर रुख अपनाया। डीएम वंदना के सुझाव पर कोर्ट ने दोबारा मतदान कराने की अनुमति दे दी।
हाईकोर्ट की मुख्य न्यायाधीश जी. नरेंद्र और न्यायमूर्ति आलोक महरा की खंडपीठ ने डीएम, एसएसपी और एएसपी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए तलब किया और पूरे घटनाक्रम पर कड़ी नाराज़गी जताई। कोर्ट ने लापता सदस्यों को सुरक्षित लाने, शेष 10 सदस्यों को पुलिस सुरक्षा में मतदान स्थल तक पहुंचाने और मतदान समय दो घंटे बढ़ाने के निर्देश दिए।
इस बीच भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप तेज हो गए हैं। भाजपा प्रत्याशी दीपा दर्मवाल ने कांग्रेस पर अपहरण और धमकी देने का आरोप लगाया, जबकि कांग्रेस ने भाजपा और पुलिस पर उनके समर्थकों के अपहरण का आरोप लगाते हुए चुनाव रद्द करने की मांग की।
राजनीतिक तनाव के चलते पुलिस ने नैनीताल के कई रास्ते बंद कर दिए और सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। अब चुनाव हाईकोर्ट की निगरानी में कराए जाएंगे, ताकि निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित हो सके।
