
देहरादून। आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में चुनाव खर्च पर सख्त निगरानी रखी जाएगी। राज्य निर्वाचन आयोग ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है। सभी जिलों के बैलेट पेपर प्रकाशित हो चुके हैं और अब खर्च की निगरानी को लेकर आयोग सक्रिय हो गया है।
निकाय चुनाव की तर्ज पर इस बार भी आयोग ने जिलावार पर्यवेक्षक तैनात करने की योजना बनाई है। ये पर्यवेक्षक प्रत्येक प्रत्याशी के चुनाव खर्च का मिलान करेंगे। निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने बताया कि प्रत्येक प्रत्याशी से निर्धारित समय में खर्च का पूरा ब्योरा लिया जाएगा। जो प्रत्याशी खर्च का विवरण नहीं देंगे, उनके खिलाफ आयोग स्तर पर कार्रवाई की जाएगी।
आयोग का कहना है कि इस बार पंचायत चुनाव में प्रत्याशियों के लिए खर्च की सीमा भी बढ़ाई गई है, लेकिन इसके बावजूद सभी को तय सीमा के भीतर ही खर्च करने की अपेक्षा की गई है।
आयोग ने साफ किया है कि पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखने के लिए खर्च की निगरानी में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। इसके लिए पर्यवेक्षकों को विशेष प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
इस बार चुनाव में प्रत्याशियों को खर्च के रिकॉर्ड के साथ पूरी ईमानदारी बरतनी होगी, क्योंकि निगरानी तंत्र पहले से कहीं अधिक मजबूत और सक्रिय रहेगा।
