
मसूरी में नगर पालिका और विद्युत विभाग के बीच लंबे समय से चला आ रहा बकाया टैक्स विवाद अब खुलकर सामने आ गया है। दोनों विभागों ने एक-दूसरे के खिलाफ कड़े कदम उठाए, जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ा।
मंगलवार देर शाम विद्युत विभाग ने नगर पालिका द्वारा स्ट्रीट लाइट का बिल जमा न करने पर मसूरी के घंटाघर क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट का कनेक्शन काट दिया। इससे पूरा क्षेत्र अंधेरे में डूब गया। जवाबी कार्रवाई में बुधवार को नगर पालिका ने विद्युत विभाग के कुंज भवन स्थित गेस्ट हाउस को सीज कर दिया। साथ ही, वहां स्थित विद्युत सब-स्टेशन के मुख्य गेट पर ताला लगा दिया, जिससे मसूरी के आधे से अधिक क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति एक घंटे तक बाधित रही।
विद्युत आपूर्ति ठप होने से मसूरी के कई इलाकों में बिजली गुल हो गई, जिससे स्थानीय लोग काफी परेशान हुए। लोगों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि दो सरकारी विभागों की आपसी तनातनी का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है।
स्थानीय निवासी संजय नेगी ने कहा,
“बिजली और नगर पालिका के बीच विवाद के कारण आम लोग परेशान हो रहे हैं। यदि अधिकारी अपने झगड़े में जनता को यूं ही परेशान करते रहे तो हम सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे।
मसूरी नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी (ईओ) तनवीर मारवाह ने बताया कि विद्युत विभाग पर नगर पालिका का 24 करोड़ रुपये का बकाया टैक्स है, जिसे विभाग लंबे समय से जमा नहीं कर रहा है।
मारवाह ने कहा,
“विद्युत विभाग की कई संपत्तियां नगर पालिका क्षेत्र में स्थित हैं, जिन पर उन्हें टैक्स जमा करना होता है। इनमें ट्रांसफार्मर, गेस्ट हाउस और बिजली ऑफिस शामिल हैं। नगर पालिका ने विभाग को कई बार नोटिस भेजे, लेकिन भुगतान नहीं किया गया। इसलिए हमने कुंज भवन स्थित विद्युत विभाग के गेस्ट हाउस को सीज कर दिया।
वहीं, विद्युत विभाग के मसूरी एसडीओ पंकज थपलियाल ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि नगर पालिका को 18 मार्च को एक नोटिस दिया गया था, जिसमें 15 दिनों के भीतर बकाया भवन कर जमा करने को कहा गया था।
थपलियाल ने कहा,
“नगर पालिका को 18 मार्च को नोटिस दिया गया था, लेकिन उन्होंने बिना पूर्व सूचना के ही कुंज भवन का मुख्य गेट सीज कर दिया। इससे सब-स्टेशन में कर्मचारियों का प्रवेश बंद हो गया और विद्युत आपूर्ति बाधित हुई। करीब एक घंटे तक मसूरी के आधे से ज्यादा हिस्से की बिजली ठप रही। इसके बाद टीम ने गेट खुलवाकर विद्युत सेवा बहाल की।
नगर पालिका प्रशासन का आरोप है कि विद्युत विभाग ने बिना सूचना दिए स्ट्रीट लाइट का कनेक्शन काट दिया, जिससे घंटाघर और आसपास का पूरा क्षेत्र अंधेरे में डूब गया।
ईओ तनवीर मारवाह ने कहा,
“विद्युत विभाग ने न तो कोई सूचना दी और न ही पूर्व में नोटिस भेजा। देर शाम अचानक स्ट्रीट लाइट का कनेक्शन काट दिया गया, जिससे पूरे क्षेत्र में अंधेरा छा गया।
विद्युत विभाग द्वारा कनेक्शन काटे जाने और नगर पालिका द्वारा गेस्ट हाउस सीज करने के बाद मसूरी के आधे से अधिक हिस्से में विद्युत आपूर्ति बाधित रही।
करीब एक घंटे तक बिजली गुल रहने से स्थानीय लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
स्थानीय निवासी रीना नेगी ने कहा,
“रात में बिजली नहीं होने से घरों में अंधेरा छा गया। बच्चों को पढ़ाई में दिक्कत हुई और मोबाइल फोन तक चार्ज नहीं कर पाए। दोनों विभागों को जनता के बारे में भी सोचना चाहिए।
नगर पालिका प्रशासन का कहना है कि यदि विद्युत विभाग ने बकाया टैक्स का भुगतान नहीं किया तो आगे और कड़े कदम उठाए जाएंगे।
ईओ मारवाह ने कहा,
“हमने कुंज भवन गेस्ट हाउस के दो कमरों को सीज किया है। यदि विद्युत विभाग ने जल्द टैक्स नहीं चुकाया तो अन्य संपत्तियों को भी सीज किया जाएगा।
विद्युत सेवा बाधित होने और स्ट्रीट लाइट बंद रहने से परेशान लोगों ने आंदोलन की चेतावनी दी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि विभागों ने आपसी विवाद का समाधान नहीं किया तो वे सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे।
स्थानीय निवासी विजय भट्ट ने कहा,
“हम जनता के पैसों से बिजली और नगर पालिका का टैक्स चुकाते हैं, लेकिन उनकी लड़ाई में हम परेशान हो रहे हैं। अगर दोबारा ऐसा हुआ तो हम विरोध प्रदर्शन करेंगे।”
मसूरी में नगर पालिका और विद्युत विभाग के आपसी विवाद का असर जनता पर पड़ा। दोनों विभागों की कार्रवाई से आम लोग काफी परेशान हुए। एक ओर विद्युत विभाग ने स्ट्रीट लाइट काट दी, तो दूसरी ओर पालिका ने गेस्ट हाउस सीज कर दिया। इससे मसूरी के आधे से अधिक हिस्से में एक घंटे तक बिजली गुल रही।
अब जनता ने चेतावनी दी है कि यदि विभागों ने आपसी विवाद को जल्द नहीं सुलझाया तो जनता आंदोलन करने पर मजबूर होगी। वहीं, नगर पालिका ने साफ किया है कि यदि विद्युत विभाग ने बकाया टैक्स नहीं चुकाया तो आगे भी कड़े कदम उठाए जाएंगे।
