खानपुर विधायक उमेश कुमार और पूर्व विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन के बीच सुलह कराने उत्तराखंड पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत
देहरादून/हरिद्वार: उत्तराखंड की राजनीति में पिछले दो सालों से चली आ रही दुश्मनी को खत्म करने के लिए भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने पहल की है। खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार और हरिद्वार जिले के पूर्व विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन के बीच लंबे समय से चल रहे विवाद को खत्म करने के लिए राकेश टिकैत उत्तराखंड पहुंचे।
राकेश टिकैत ने पहले रोशनाबाद जेल जाकर कुंवर प्रणव चैंपियन से मुलाकात की और उन्हें इस विवाद को समाप्त करने की सलाह दी। इसके बाद वे देहरादून स्थित विधायक उमेश कुमार के आवास पहुंचे और उनसे भी मामले को सुलझाने की अपील की। टिकैत ने बताया कि दोनों ही नेताओं से बातचीत हो गई है और अब उनके 50-50 समर्थकों की एक बैठक आयोजित की जाएगी, जहां आपसी सहमति से विवाद को खत्म करने का प्रयास होगा।
राकेश टिकैत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि इस तरह के विवाद जातीय भेदभाव को बढ़ावा देते हैं और समाज में तनाव पैदा करते हैं। उन्होंने दोनों नेताओं को समझाने की कोशिश की कि वे समाज के विकास के लिए राजनीति में आए हैं, न कि आपसी रंजिश को बढ़ावा देने के लिए।
“कुंवर प्रणव चैंपियन को यह समझना चाहिए कि वह 22 साल तक विधायक रहे हैं और समाज की सेवा की है। उन्हें अब शांति और सद्भाव का संदेश देना चाहिए। वहीं, उमेश कुमार को भी यह ध्यान रखना होगा कि वह जनता के चुने हुए प्रतिनिधि हैं और उन्हें समाज के हित में काम करना चाहिए,” राकेश टिकैत ने कहा।
गौरतलब है कि उमेश कुमार और कुंवर प्रणव चैंपियन के बीच यह विवाद पिछले दो सालों से चला आ रहा है और समय के साथ यह तनाव संघर्ष में बदल गया था। मामला तब और गंभीर हो गया जब दोनों नेताओं ने एक-दूसरे के खिलाफ आक्रामक रुख अपना लिया।
इस विवाद का सबसे हिंसक रूप तब सामने आया जब पूर्व विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन ने उमेश कुमार के कार्यालय पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। इससे पहले उमेश कुमार भी चैंपियन के घर पिस्तौल लेकर पहुंच गए थे, जिससे स्थिति और बिगड़ गई थी।
हालात इतने खराब हो गए कि दोनों नेताओं के समर्थकों ने महापंचायत बुला ली। इसमें बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ी।
कुंवर प्रणव चैंपियन के समर्थन में देशभर से गुर्जर समाज के हजारों लोग हरिद्वार पहुंचे थे।
वहीं, उमेश कुमार के समर्थन में भी भारी संख्या में लोग जुटने लगे थे।
स्थिति को बिगड़ता देख पुलिस और प्रशासन ने बल प्रयोग कर भीड़ को तितर-बितर किया और हिंसा को टालने की कोशिश की।
इस विवाद को शांत कराने के लिए अब किसान नेता राकेश टिकैत ने मोर्चा संभाला है। उन्होंने दोनों नेताओं को समझाने की पहल की है और उनके समर्थकों को एक साथ बैठाकर सुलह कराने की रणनीति बनाई है।
राकेश टिकैत ने कहा, “दोनों ही नेताओं को कसम दिलाई जाएगी कि वे भविष्य में इस तरह की घटनाओं को नहीं दोहराएंगे। समाज को आगे ले जाने के लिए आपसी एकता और शांति जरूरी है।
अब यह देखना होगा कि राकेश टिकैत की पहल कितनी प्रभावी होती है। क्या उमेश कुमार और कुंवर प्रणव चैंपियन अपने समर्थकों को साथ बैठाकर इस विवाद को समाप्त करने के लिए तैयार होंगे?
इस मामले में दोनों नेताओं के समर्थक भी बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। अगर उनके बीच बातचीत सफल होती है तो यह उत्तराखंड की राजनीति में एक सकारात्मक संकेत होगा और भविष्य में ऐसे विवादों को रोकने का उदाहरण भी बनेगा।
बहरहाल, अब आगामी बैठक पर सभी की निगाहें टिकी हैं, जिसमें तय होगा कि उत्तराखंड की राजनीति के इन दो प्रमुख नेताओं के बीच सुलह हो पाएगी या नहीं।
